छत्तीसगढ़ दशहरा के दिन दर्दनाक हादसा: घर में खेलते समय पानी भरे टब में गिरी मासूम, डूबने से हुई मौत
मोहम्मद शाह के जन्म के वक़्त औरंगज़ेब आलमगीर ने हिंदुस्तान में एक ख़ास क़िस्म का कट्टर इस्लाम लागू कर दिया था और उसका सबसे पहला निशाना वो कलाकार बने जिनके बारे में ये राय थी कि वो इस्लामी उसूलों का पालन नहीं करते.
जम्मू कश्मीर चुनाव में हार के बाद क्या होगा पीडीपी और इंजीनियर रशीद का सियासी भविष्य?
नाटिका, जो श्रीराम और देवी सीता का पूरा जीवन चरित है. जो मंच पर काव्य रूप में गाई जाने वाली नृत्य की विभिन्न भाव भंगिमा के साथ प्रस्तुत की जाने वाली एक लयबद्ध गाथा है. गाथा... जो सार्थक करती है बाबा तुलसी की वो बात, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हरि अनंत हरि कथा अनंता, कहहि सुनहिं बहु बिधि सब संता.' यानि कि हरि (श्रीराम) अनंत हैं और इसी तरह उनकी गाथा भी अनंत है, जिसे संत अलग-अलग तरीकों से कहते हैं.
दरग़ाह ने ऐसे कई संगीतकारों का ज़िक्र किया है जो शाही दरबार से संबंध रखते थे.
उन्हीं शाह हातिम के शागिर्द मिर्ज़ा रफ़ी सौदा हैं, जिनसे बेहतर क़सीदा निगार उर्दू आज तक पैदा नहीं कर सकी. सौदा के ही समकालीन मीर तक़ी मीर की ग़ज़ल का मुक़ाबला आज तक नहीं मिल सका.
एक तरफ़ तो यहां ग्यारहवीं शरीफ़ सारी दिल्ली में बड़ी धूम धाम से होती है, झाड़-फ़ानूस सजाए जाते हैं और रोशन महफ़िलें होती हैं.
उस पर भी बारिश की वजह से सोयाबीन का उत्पादन और गुणवत्ता प्रभावित हुई है. क्या सरकार किसानों का खराब हुआ सोयाबीन भी एमएसपी पर खरीदेगी.''
उस शैली की विशेषताओं में हल्के रंगों का इस्तेमाल अहम हैं.
हथियार, तीर-कमान, तलवार के साथ प्रयोग किए हैं. राजकुमार शर्मा बताते हैं कि अब तो नई-नई टेक्निक आ गई हैं फिर भी हमने नाटिका में कई जगहों पर परंपरा को कायम रखा है. बेशक पर्दे की जगह अब एलईडी स्क्रीन ने ले ली है, लेकिन फिर भी दृष्य बदलने के लिए हम घुमावदार बड़े-बड़े पल्लों का प्रयोग करते हैं, जिनमें चित्रकारों ने अपनी जादुई कूचियों से रंग भरे हैं.
फिलहाल उनके भक्त उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, check here हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी मौजूद हैं, जो सत्संग में आशीर्वाद लेने पहुंचते थे.
नवरस, नवताल, नृत्य और छंद की विधा का अनूठा संगम है नाटिका
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